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मुग़ल साम्राज्य का रोचक इतिहास

#बाबर (ज़हीर-उद-दीन मुहम्मद) बाबर का जन्म 14 फरवरी, 1483 AD में फरगाना में हुआ था जोकि अब उज्बेकिस्तान में है |सम्राट बाबर भारत में मुग़ल साम्राज्य का  संस्थापक था | इसका नाम बाबर  पर्शियन भाषा से लिया गया है जिसका अर्थ है सिंह ( शेर) | बाबर अपने पिता की तरफ से तैमुरलेन  का उत्तरधिकारी और अपने माता की तरफ से गंघिस खान के उत्तराधिकारी था |बाबर के जन्म के दौरान, पश्चिमी मध्य एशिया में रहने वाले  मंगोलों के पूर्वजों ने तुर्क और पर्शिया के लोगों के साथ अंतर्जातीय विवाह करना आरंभ कर दिया और उनके रहन - सहन को अपना लिया तथा पर्शिया से ज्यादा प्रभावित होने के कारण उन्होनें इस्लाम धर्म को अपना लिया | बाबर ने राजगद्दी संभाली 1494 AD में बाबर के पिता  का अचानक देहांत हो गया और उस वक्त बाबर केवल 11 वर्ष का था | उसने अपने पिता की राजगद्दी संभाली | 1497 AD से बाबर ने प्रसिद्ध समरकन्द  में सिल्क रोड नखलिस्तान शहर  पर आक्रमण कर आधिपत्य जमा लिया परंतु कुछ ही वर्षों  के बाद उसने अपना नियंत्रण खो दिया क्यूंकि वह दूसरे स्थानों पर अपने आधिपत्य को मजबूत करन...

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो)

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (अंग्रेज़ी: Indian Space Research Organisation, संक्षेप में 'इसरो') भारत का राष्ट्रीय अंतरिक्ष संस्थान है जिसका मुख्यालय कर्नाटक प्रान्त की राजधानी बंगलुरू में है। संस्थान में लगभग 17,000 कर्मचारी एवं वैज्ञानिक कार्यरत हैं। संस्थान का मुख्य कार्य भारत के लिये अंतरिक्ष संबधी तकनीक उपलब्ध करवाना है। अन्तरिक्ष कार्यक्रम के मुख्य उद्देश्यों में उपग्रहों, प्रमोचक यानों, परिज्ञापी राकेटों और भू-प्रणालियों का विकास शामिल है। स्‍थापना भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन की स्‍थापना 1969 में की गई। भारत सरकार द्वारा 1972 में 'अंतरिक्ष आयोग' और 'अंतरिक्ष विभाग' के गठन से अंतरिक्ष शोध गतिविधियों को अतिरिक्‍त गति प्राप्‍त हुई। 'इसरो' को अंतरिक्ष विभाग के नियंत्रण में रखा गया। भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के इतिहास में 70 का दशक प्रयोगात्‍मक युग था जिस दौरान 'आर्यभट्ट', 'भास्‍कर', 'रोहिणी' तथा 'एप्पल' जैसे प्रयोगात्‍मक उपग्रह कार्यक्रम चलाए गए। इन कार्यक्रमों की सफलता के बाद 80 का दशक संचालनात्‍मक युग...

मृत सागर क्या है और इसका रहस्य == (Dead Sea and its Secret)

मृत सागर के बारे में आपने शायद कहीं सुना होगा या शायद किताबों में इसके बारे में पढ़ा भी हो लेकिन इसका नाम आपको भी हैरान जरूर करता होगा कि आखिर किसी सागर का नाम डेड सी यानी मृत सागर कैसे रखा जा सकता है लेकिन इससे जुड़े किस्से और इस सागर की खूबियां भी इसके नाम की ही तरह काफी दिलचस्प हैं जिन्हें जानकर आपको इस डेड सी के बारे में बहुत कुछ पता चल जाएगा। तो चलिए, आज जानते हैं इस मृत सागर से जुड़े रहस्यों को- मृत सागर का पूर्वी तट जॉर्डन है तो दक्षिण पश्चिम तट इजराइल है। समुद्र तल से 400 मीटर नीचे स्थित ये सागर दुनिया का सबसे निचला सागर है और इसका पानी खारा होने के कारण इसे खारे पानी की सबसे निचली झील भी कहा जाता है। ये सागर 65 किलोमीटर लम्बा और 18 किलोमीटर चौड़ा है। वैसे तो दुनिया के अधिकतर समुद्रों का पानी खारा या नमकीन होता है जिससे समुद्री पानी का घनत्व काफी बढ़ जाता है और समुद्रों का खारा पानी काफी भारी हो जाता है लेकिन हैरान करने वाली बात ये है कि डेड सी का पानी सामान्य समुद्री पानी की तुलना में 6 से 7 गुना ज़्यादा खारा है। इसका पानी ना केवल खारा है बल्कि इसमें कैल्शियम, जिंक, सल्फ...